बंगले विवाद पर चौतरफा घिरे समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बंगले में कोई तोड़-फोड़ नहीं कराई, न ही किसी तरह का नुकसान पहुंचाया है। पूर्व सीएम ने साथ ही राज्यपाल राम नाइक और सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि वह बंगले से वही चीजें निकालकर ले गए हैं जो उन्होंने खुद लगवाईं थीं। साथ ही कहा कि मीडिया में गलत तस्वीरें दिखाई गईं।
अखिलेश प्रेस कॉन्फ्रेंस में टोटी लेकर पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ' मैं टोटी लेकर आया हूं। मैं सभी टोटी वापस करने को तैयार हूं। इस घर को मैंने अपनी पसंद और पैसा लगा कर बनवाया था। उन्होंने कहा कि बंगले में जो चीजें जैसी मिली थीं वह वैसी की वैसी ही हैं। इवेंट्री चेक करा लीजिए सारा दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।' उन्होंने बंगले में स्विमिंग पूल होने की बात को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार कागजों पर चलती है बातों पर नहीं। मेरे घर में 1000 बच्चे आ चुके हैं उनसे पता कर लीजिए अगर कहीं वहां स्वीमिंंग पूल देखा हो। अखिलेश ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री के सरकारी बंगले में मंदिर, लकड़ी के सामान और लाइट तक मैंने अपने पैसे से लगवाए थे वे या तो बिल दिखा दें या फिर हमारे सामान लौटा दें।
अखिलेश ने फोटोजर्नलिस्ट्स पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं भी अच्छी तस्वीरें खींच लेता हूं और बंगले की ऐसी तस्वीरें खींचूगा कि लोगों को जलन होगी। बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नफरत और जलन की आग में अंधे हो गए, उन्हें स्विमिंग पूल दिख रहा है। अखिलेश ने कहा, ' आदमी प्यार में अंधा नहीं होता है। नफरत और जलन में अंधा होता है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर युवक ने रिश्वत लगाने का आरोप लगाया तो पुलिस ने उसे पागल बना दिया है।'
बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि यह छोटे दिल की सरकार है जो मेट्रो के उद्घाटन पर जाती है और पूर्व सरकार को श्रेय देना भूल जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी गठबंधन (एसपी-बीएसपी) से डरी हुई है। साथ ही उपचुनाव में मिली हार से बौखलाकर ऐसा काम करवा रही है। बता दें कि अखिलेश के सरकारी बंगला खाली करने के बाद ऐसी तस्वीरें सामने आई थीं जिसमें घर के अंदर तोड़-फोड़ दिख रही थी। इससे उनकी मीडिया और राजनीतिक गलियारे में काफी फजीहत हुई थी।
अखिलेश प्रेस कॉन्फ्रेंस में टोटी लेकर पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ' मैं टोटी लेकर आया हूं। मैं सभी टोटी वापस करने को तैयार हूं। इस घर को मैंने अपनी पसंद और पैसा लगा कर बनवाया था। उन्होंने कहा कि बंगले में जो चीजें जैसी मिली थीं वह वैसी की वैसी ही हैं। इवेंट्री चेक करा लीजिए सारा दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।' उन्होंने बंगले में स्विमिंग पूल होने की बात को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार कागजों पर चलती है बातों पर नहीं। मेरे घर में 1000 बच्चे आ चुके हैं उनसे पता कर लीजिए अगर कहीं वहां स्वीमिंंग पूल देखा हो। अखिलेश ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री के सरकारी बंगले में मंदिर, लकड़ी के सामान और लाइट तक मैंने अपने पैसे से लगवाए थे वे या तो बिल दिखा दें या फिर हमारे सामान लौटा दें।
अखिलेश ने फोटोजर्नलिस्ट्स पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं भी अच्छी तस्वीरें खींच लेता हूं और बंगले की ऐसी तस्वीरें खींचूगा कि लोगों को जलन होगी। बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नफरत और जलन की आग में अंधे हो गए, उन्हें स्विमिंग पूल दिख रहा है। अखिलेश ने कहा, ' आदमी प्यार में अंधा नहीं होता है। नफरत और जलन में अंधा होता है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर युवक ने रिश्वत लगाने का आरोप लगाया तो पुलिस ने उसे पागल बना दिया है।'
बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि यह छोटे दिल की सरकार है जो मेट्रो के उद्घाटन पर जाती है और पूर्व सरकार को श्रेय देना भूल जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी गठबंधन (एसपी-बीएसपी) से डरी हुई है। साथ ही उपचुनाव में मिली हार से बौखलाकर ऐसा काम करवा रही है। बता दें कि अखिलेश के सरकारी बंगला खाली करने के बाद ऐसी तस्वीरें सामने आई थीं जिसमें घर के अंदर तोड़-फोड़ दिख रही थी। इससे उनकी मीडिया और राजनीतिक गलियारे में काफी फजीहत हुई थी।
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